ये काहाणी दो दोस्तों की हे जो एक दोसरे को समज पाते थे तो हम काहाणी शुरु करते हे ये काहाणी पुना से शुरु होती हे वाहा पे एक लडका रहेथा था उसका नाम दिपक था और उसके दोस्त का नाम आकाश था आज आकाश का रिझल्ट था और वो दसवी मे था और वो फेल हो गया था तब उसके बाबाने उसे दुकान सभालने छोड दिया तब दिपक उसके दुकान पे गया तब वो बोलता हे मुझे पता हे तुम्हारे साथ क्या होवा तब आकाश बोला दिपक तोम school जावो तब दिपक चला जाता हे तब दिपक हर रोज