राजवीर का कायरा से इस तरह से बात करना , उसे गंदी नज़रों से देखना और उसके करीब आना, आरव के लिए बर्दास्त के बाहर था । राजवीर की हरकतें आरव और आदित्य बहुत ही ध्यान से देख रहे थे । जब राजवीर कायरा से अपनी बात कह कर ख़तम करता है तो आरव बहुत ज्यादा गुस्से में आ जाता है । आरव गुस्से में अपने हाथों की मुट्ठी को टाइटली बांध लेता है और राजवीर की ओर उसे मारने के लिए कदम बढ़ाता ही है के आदित्य उसका हाथ पकड़ लेता है । आरव का हाथ आदित्य के पकड़ने