अधूरा इश्क (4) बहोत दिनों बाद ये कहनी को मे आगे लिखने जा रहा हू, क्या करे हमारे देश वासी महामारी से लड रहे हैं, इसी स्थिति मे क्या लिखू कुछ सूज ही नहीं रहा था, सही कहु तो लिखने का कोई मन ही नहीं हो रहा था, पर क्या करू लिखे बिना रहा नहीं जाता था, आशा करता हू मेरे सभी पाठक स्वास्थ्य और कुशल होंगे और रहेंगे और रहे ये इश्वर से प्राथना रहेंगी आप लोगों के लिए. तो कहानी मे आगे बढ़ते हैं हम अब तक का सफ़र काफी अच्छा रहा है और आगे भी इसी