उसका यह सौभाग्य था कि उसे ब्रिटिश ध्वज की छाया मिल रही थी. इंडोनेशिया का लोकतंत्र ब्रिटिश एंपायर की निगरानी में चल रहा है. बेशक यहां लोकतंत्र तो है मगर आज भी ब्रिटिश रजवाड़ों को यहां से रॉयल्टी जाती है. और इसके एवझ मैं ब्रिटिश हुकूमत इन्हें सुरक्षा का वादा करती है. खैर, इन सब बातों से कोई मतलब नहीं. दरअसल बात यह है कि इंडोनेशिया नादर होने की कगार पर आ खड़ा हुआ है,और देश अपना सारा हीर गवा चुका है. संसार में अब शायद ही कोई ऐसा अर्थशास्त्री है जो इंडोनेशिया को बचा सकता है. ब्रिटिश हुकूमत ने हाथ ऊपर कर दिए हैं,