हिमालय की ओर - 5 सचमुच आपका तारीफ किए बिना नहीं रह सकता I हरिद्वार से उतना दूर चलकर , न जाने कितने समस्या से घिरकर , इसके अलावा दुर्घटना से चोट के बावजूद आप उतना दूर पहुँच गए I यही बहुत था I इतना बोलकर तांत्रिक रुद्रनाथ के पैरों को छूकर आशीर्वाद लिया I तांत्रिक तुरंत बोल पड़े - अरे , अरे ये क्या कर रहें हो I प्रत्येक मनुष्य के अंदर भगवान विष्णु का वास होता है इसीलिए मेरा पैर छूकर अपने अंदर के भगवान विष्णु को छोटा क्यों कर