जिंदगी के पहलू - 1

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इंसानी जिंदगी धरती पर जब अपना पहला कदम, माँ की बाहों से उतर कर रखती है, तो उसकी पहली लड़खड़ाहट उसे ये एहसास करा देती कि आसान नहीं है, जिंदगी का सफर उसके लिए। पर संभलने का संघर्ष उसे ये भी अनुभव करा देता कि कोशिश ही एक ऐसा उपाय है, जिसके द्वारा वो सब कुछ हासिल कर सकता है, अपने शरीर के सभी सामूहिक प्रयास द्वारा। हक़ीक़क्त के दूसरे पहलू पर इस दौरान वो ध्यान नहीं दे पाता कि हर निकटतम सम्बंध, उसका लम्बा साथ नहीं दे सकता, एक दिन उसे अपनी क्षमताओं का विकास स्वयं ही करना पड़ता। इंसान