पार्ट -11 मैं लाल साड़ी में लिपटी हुई ,पैरों में पायल छनकाती हुई एक कमरे की तरफ बढ़ रही हूँ। कमरे में जाकर खुद को आईने में निहारती हूँ। साड़ी से मैचिंग चूड़ियां ,झुमके ,माथे पे छोटी सी बिंदी ,और मांग में सिन्दूर मेरे रूप को और निखार रहा है। मैं अपनी ही सुंदरता पर मोहित हो रही थी तभी पीछे से किसी ने मुझे अपनी बाहों में भरकर गुड मॉर्निंग विश किया। मैंने सामने आईने में देखा तो सलिल ने मुझे अपनी बाहों में जकड रखा है। आज मैं सलिल की पकड़ से आज़ाद