प्रेम की भावना (भाग-9)

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मुझे गुस्सा आ रहा था बहुत...! पर गुस्सा किसपर आ रहा था? ये समझ नही पा रहा था मैं..!! भावना पर गुस्सा करना चाहता था मैं, उसपर अपनी नाराज़गी जाहिर करना चाहता था मैं ! "आखिर क्यों किया उसने मेरे साथ ऐसा..?" क्यों मुझे अपनी दुख-तकलीफ़ के बारे में बताना जरूरी नही समझा..??" मेरी खुशी के लिये अपनी सारी खुशियों का त्याग कर दिया..!! भावना ने मेरे बारे में सोचा, पर मैंने क्या किया उसके लिए..? भावना जब भी चिड़चिड़ाती, या गुस्सा करती....मैं हमेशा उसपर गुस्सा हो जाता! उससे बात करना बंद कर देता ! उसके चिड़चिड़ाने की वजह, बार-बार