प्रेम की भावना (भाग-4)

  • 6.8k
  • 2.3k

मैं भावना की रिपोर्ट्स हाथ मे लेकर स्तब्ध सा बैठा हुआ था..! मुझे अब भी डॉक्टर की कही बातों पर विश्वास नही हो पा रहा था..!! थोड़ी देर बाद भावना डॉक्टर के केबिन में आई..! डॉक्टर ने जो बातें मुझे कही वो सब उसे भी बताई..! ये सब जानने के बाद तू भावना का हाल हमसे भी ज्यादा बेहाल था। उसके चेहरे का तो रंग ही उड़ गया..! कुछ देर बाद भावना की बाकी की रिपोर्ट्स भी आ गयी। डॉक्टर ने उसकी वो रिपोर्ट्स देखी और भावना से प्रश्न करने लगी..! जब मैं उठकर जाने लगा तो उन्होंने मुझे वहीं