“मैं निझावन बोल रहा हूं, सर” मेरे मोबाइल के दूसरी तरफ मेरे बॉस हैं, मेरे जिले के एस.पी। अपनी आई.पी.एस के अंतर्गत। जबकि मेरी प्रदेशीय पुलिस सेवा में मेरी तैनाती यहां के चौक क्षेत्र में सर्कल ऑफिसर के रूप में कर रखी है। अभी कोई तीन माह पूर्व। “एनी इमरजेंसी?” राजधानी से बॉस आज सुबह लौटे हैं और इस समय जरूर अपनी श्रृंगार-मेज पर अपने प्रसाधन के मध्य में हैं। “यस सर। मेरे सर्कल के नवाब टोला की वारदात है। कल शाम स्पोर्ट्स कॉलेज की कोई लेक्चरर आग में झुलस कर मर गई थी, सर।” “नवाब टोला कहां पड़ेगा?” वे