माँ तो माँ होती है

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पिछले कुछ समय से संध्या की खाँसी रुकने का नाम नहीं ले रही । फिर भी काम से उसे छुटकारा नहीं । दिन भर घर खाँसते खांसते गृहस्थी के कभी न ख़त्म होने कार्यों में जुटी ही रहती ।मदद करने की बजाय, मां बाप एक ही बात रोज दोहराते रहते,”अरे, खाँसी जल्दी से नहीं जाती,काढ़ा पीते रहो, अपने आप ठीक हो जाएगी ।” आज ऑफ़िस से आकर अनुज उसे डॉक्टर के पास ले ही गया । डॉक्टर ने अच्छी तरह जाँच कर वहीं एक्स रे करवाने की सलाह दी । एक्स रे को देख कर डॉक्टर ने अनुज को बताया