अनोखी दुल्हन - ( भरोसा_ २) 8

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" मेरे महाराज। आपने मुझे होटल मिलने क्यो बुलाया?" मि कपूर ने वहा पोहोचते ही पूछा।" काफी अकेला अकेला महसूस कर रहा था। सोचा क्यों ना इन इंसानों के साथ कुछ वक्त गुजारू।" वीर प्रताप।" मेरे महाराज। क्या आप से एक बात कहूं ? " मि कपूर।" हा। कहिए।" वीर प्रताप।" आप किसी से प्यार केे कोई संबंध क्यो नही बना लेते। यहा इतनी सारी औरते है। आप का अकेला पन कोई भी खुशी खुशी दूर कर देगी।" मि कपूर।" उस का कोई मतलब नहीं है। अपनी हजार साल की जिंदगी मे, कई औरतों से मिलने के बाद भी कोई