ज़िन्दगी बहुत छोटी है उनके लिए जो इसे जीना सीख गये पर उनके लिए बहुत लम्बी है जो इसे जीना नही जानते...... प्रभा इस बात को अच्छे से समझ गयी थी। जब वो विनोद के साथ थी तो जहां उसने अपने मम्मी पापा के खिलाफ जाकर शादी की थी इतनी खुश रहती थी उसके साथ गुजरे वो चार साल ऐसे थे जो वो कभी नही भूल सकती उन चार सालो में अच्छा समय भी आया और बुरा भी पर दोनों साथ थे दोनो एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे तो सब आसानी से होता चला गया। 2006 के लास्ट