"""""""""""मेरा वैलेंटाइन"""""""""Arjun Allahabadi.आधी रात को जब कॉल वेल बजी तो मै दौड़ कर दरवाजे के पास आया। रोज़ की तरह दरवाजा खोला तो प्रीती नशे की हालत में बड़बड़ाती हुई अपने कमरे में चली गयी।मैंने शांत मन से दरवाजा बंद किया ,जैसे कुछ हुवा ही न हो।दरअसल प्रीती और मेरी शादी को लगभग 5 वर्ष हो गए । मगर हम दोनों में कभी पति-पत्नी वाला रिश्ता नहीं रहा। प्रीति बड़े महानगर से है और मै एक छोटे शहर से।प्रीति एक अच्छी पोस्ट पर है और मै मामूली सा क्लर्क ।वह आधुनिक विचारों वाली है और मै पुराने ख्यालो का।कितना मुश्किल हो