सोनी भारत के एक छोटे से गांव में रहने वाली आठ वर्षीय बालिका है....वह आज भी रोज की तरह अपने बापू से डरी-सहमी गेहूं के भूसे के ढेर में छुपी बैठी हुई है। गेहूं के भूसे से उसके पूरे शरीर में खुजली होने लगी है पर वह फिर भी उसमें से बाहर नहीं निकल रही क्योंकि आज भी उसका बापू उसकी अम्मा को शराब के नशे में चूर हो चप्पल-जूते से पीट रहा है। उसकी अम्मा की गलती सिर्फ इतनी है कि उसने घर में तेल न होने के कारण बिना तेल की ही सब्जी बना दी थी क्योंकि उसकी