भारत में वेलेंटाइन डे का उत्सव इकोनोमिक लिब्रेलाईजेशन यानी आर्थिक उदारीकरण के बाद लोकप्रिय होने लगा। हमारे जमाने में यह सब परंपराएं नहीं थी। तब तो टीचर्स डे, क्लीनलीनेस डे, एनुअल फंक्शन डे आदि हुआ करते थे और जीवन सादगी से भरपूर होते थे। ऐसा नहीं है कि तब प्यार का प्रचलन नहीं था। बस, उसका ऐसा पश्चिमीकरण नहीं था। यह सही है, प्यार अपने आप में एक ख़ूबसूरत एहसास है। लेकिन उसकी अभिव्यक्ति, नाटकीय अंदाज़ में साल में एक विशेष दिन, यह समझ