ख्वाब जो अधूरे रह गए

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हमेशा से बस एक ही ख्वाब देखा है ,और आज फिर एक दिन आया है इस ख्याब को पूरा होते हुए देखने का । आज खुशी का कोई ठिकाना ना था । ऑफिस से जल्दी- जल्दी काम ख़त्म किया और घर की और भागी । रास्ते में जाते हुए सोचा , क्यूं ना एक मिठाई का डिब्बा भी लेती हुई चलूं । अब इतनी बड़ी खुशखबरी है , मुंह मीठा करना तो बनता है । और बिल्कुल करना भी चाहिए , ऐसे मौके बार - बार थोड़ी आते हैं ! गुलाब जामुन सबको बहुत पसंद हैं , तो वही ले लिए