फकीर ट्रेन स्टेशन पर कुछ देर में पहुंचने वाली थी। इंस्पेक्टर सोहराब ने सार्जेंट सलीम को जगा दिया और उसकी जेब में दो हजार रुपये रखते हुए कहा, “तुम श्रेया को लेकर गुलमोहर विला पहुंचो। मैं कुछ देर में आता हूं।” “क्या श्रेया को भी गुलमोहर विला ले जाना है?” सलीम ने आश्चर्य से पूछा। “फिलहाल यही कीजिए।” सोहराब ने संक्षिप्त सा जवाब दिया। सोहराब के इस फैसले से सलीम की बांछें खिल गईं थीं। अब जरा घूमने-फिरने में मजा आएगा। डांस के लिए एक बढ़िया पार्टनर भी मिल गया है। उसने मन ही मन सोचा। तभी सोहराब की आवाज