ज़्यादातर परिवारों में यह तो हम प्रायः सभी से सुनते ही रहते हैं कि आजकल रिश्तों में, वह पहले वाली मिठास कहां रह गई। लोग एक दूसरे के घर आना जाना पसंद ही नहीं करते। एक दूसरे को बुलाना पसंद नहीं करते। आज मेरे लेख का विषय इसी से संबंधित है। एक घटना मुझे याद आ गई। एक बार मैं अपनी मित्र आरती के साथ पार्क में सैर कर रही थी। पार्क के एक कोने में माली का छोटा सा कच्चा घर था। घर क्या, बस