४३. ऐसा भी होता है काउंसलिंग सेण्टर में अवकाश प्राप्त न्यायाधीश अनुज श्रीवास्तव के सामने आज दोनों पक्ष मौजूद थे. उन्होंने एक निगाह फाइल पर डालकर केस इतिहास का अवलोकन किया. बोले, “कोई किसी से कुछ लेता या देता नहीं, शब्दों के व्यवहार में बस प्रभाव बाकी रह जाता है .... अच्छा या बुरा. आभामंडल कहीं दूर… बहुत दूर छूट जाते हैं. अनुभव सिंह, आरिणी और राजेश सिंह तथा आरव शांत मन से उनकी बात सुन रहे थे. उन्होंने सबसे पहले आरव को अवसर दिया कि वह अपनी बात रखे. पर आरव इसके लिए तैयार नहीं था. बोला, “लिख दिया