मुलाकात - 2

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उसे देख कर मेरी सांसे थम गई,,,,,मुझे अब भी अपनी आंखों पर विश्वास नही हो रहा कि वो मेरे सामने है।लेकिन सच तो ये था,कि वो मेरे सामने ही खड़ी थी,और मैं उसे एकटक नजरो से देखे जा रहा था।कि फिर एक बार ओ मिस्टर किस सोच में डूब गये।इतना सुनते ही मेरे अंदर एक खुशी की लहर दौड़ गई।मैं कुछ बोल पता कि वो मेरे पास आ कर बैठ गई, और अपने पर्स से टिकट निकाल कर अपने टिकट पर सीट नम्बर चेक