शाम का समय था... हल्की हल्की हवाओं के साथ छोटी छोटी बारिस की बूंदे पड़ रही थी। बड़ा ही सुहाना मौसम था...मैं ग्राउंड में टहल रहा था अचानक मेरे कानों में आवाज आई ।ओ मिस्टर मैंने पलट कर देखा मुझे कोई दिखाई नही दिया। वही वाक्य फिर से मेरे कानों में गूंजा।मैं रुका और चारो तरफ देखने लगा, तभी सामने की ओर से आवाज आई ओ हेलो मिस्टर मैं यहां हू .... ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆इस अंजान शहर में मुझे पहचानने वाला कोई नही था ।फिर ये कोन थी जो मुझे इस तरह से