अमर शहीद

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सुबह 5:00 बजे रेलवे स्टेशन पर - "मैं जानता हूँ बरखा इस बार बहुत रिस्क है , लेकिन ये रास्ता मैंने खुद ही चुना है । मैं एक सोल्जर हूँ , और अपने परिवार के साथ - साथ मुझे इस देश की भी रक्षा करनी है ।" रजत ने अपनी छोटीे बहन बरखा को समझाते हुए कहा ।बरखा सिसकते हुए - " लेकिन भैया आपको अगर कुछ हो गया तो मैं कैसे रहूँगी , आपने तो शादी भी नहीं की , कि आपके बाद मैं अपनी भाभी के सहारे रह सकूँ ।"रजत , बरखा को चपत लगाते हुए - पागल!