ये भी एक ज़िंदगी - 3

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अध्याय 3 उस जमाने में लड़का-लड़की दिखाने का रिवाज था। उस रिवाज के मुताबिक लड़के वाले मुझे देखने आ रहें थे। मेरी नानी मुझे कुएं के पास पिछवाड़े में ले जाकर बार-बार समझाने लगी "देख रेणुका लड़के को देखकर तुम मना मत कर देना। तुम्हें पता हैं रेणुका वह कोने वाले घर की लड़की सीमा ने एक लड़के को देखकर मना कर दिया था और आज तक उसकी शादी नहीं हुई। ममता को तो तुम जानती ही हो रेणुका उसने भी लड़का काला है इसलिए मना कर दिया उसे उसके बाद और भी बुरा मिला।” मैं सिर्फ साढ़े अट्ठारह साल