अपने-अपने कारागृह - 28 - अंतिम भाग

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अपने-अपने कारागृह-28 अगले हफ्ते हमें बेंगलुरु जाना था । जाने का पहला कारण प्रिया का बार-बार उलाहना देना था कि आप मुझसे अधिक भैया को चाहते हो तभी उनके पास लंदन चले गए पर बेंगलुरु नहीं आ पाए । दूसरा अगले महीने की 20 तारीख को परी के पांचवे जन्मदिन के साथ प्रिया के नए घर का गृह प्रवेश का भी आयोजन है । इससे अच्छा अवसर उसे खुश करने का और हो ही नहीं सकता था ।वैसे भी भारतीय परंपरा के अनुसार गृह प्रवेश के अवसर पर मायके से शगुन लेकर किसी को जाना ही चाहिए । पदम आ नहीं