दिल की सजावत हो तुम lआँखों की चमक हो तुम ll हाल दिल का कौन समझेगा lबातों की जान हो तुम ll ******************************************* एक रोज़ रंग लाएगी फ़ाक़ा मस्ती अपनी lएक रोज़ गिनती होगी दिवानों मे अपनी ll ******************************************* टूटा हुआ जरूर हू, बिखरा नहीं हू lजुदा हुआ जरूर हू, बिछड़ा नहीं हू ll प्यार के मामले में नादाँ ही ठहराया lलुटा हुआ जरूर हू, बिखरा नहीं हू l बात अंजाम तक नामुमकिन हो गई है lरूठा हुआ जरूर हू, बिखरा नहीं हू ll ******************************************* एक वो ग़ालिब थे,जीने से पहले मर गये lएक हम हैं मरने