अपने-अपने कारागृह - 24

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अपने-अपने कारागृह-24 उषा ' परंपरा ' पहुँची ही थी कि एक कमरे से कराहने की आवाज सुनकर वह उस कमरे की ओर गई । परंपरा के सभी लोग रीता जी के चारों ओर घेरा बनाकर खड़े थे । वह कराह रही थीं जबकि रंजना फोन पर किसी से बात कर रही थी । उषा ने सीमा से कारण पूछा तो उसने कहा, ' रीता जी तीन दिन से बुखार से तड़प रही हैं किंतु वह अस्पताल नहीं जाना चाहतीं ।'' पर क्यों ?' उषा ने पूछा ।'वह कह रही हैं, मुझे मर जाने दो । मैं जीना नहीं चाहती ।' सीमा