दोस्ती से परिवार तक - 10

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"ला मनीष कहाँ है वो लेटर दियो ज़रा, मै भी तो देखूँ इसकी स्वाति दीदी ने क्या लिखा है। ""हाहाहाहाहा...हाहाहा...ये मस्त था रिया हैशटैग स्वाति दीदी""अबे सालों भाभी है तुम्हारी।"रिया मनीष से लेटर लेते हुए…"हम्म्म...क्या बोला बे? ""कुछ नहीं...भाभी थी...भाभी थी तुम्हारी….तू लेटर पढ़ ना रे"रिया लेटर खोलती है…."छी यार...इसमे से स्मेल आ रही है।""अच्छा तो फिर मत पढ़ फ़ेंक दे।""नहीं नहीं ऐसे कैसे फ़ेंक दूँ…..तेरी दीदी का लेटर है। ""हाँ अब तो पढ़ना बनता है...ज़रा ज़ोर से पढ़ियो रिया….दीदी का लेटर हाहाहाहा...हाहा""ओये तू ड्राइविंग पर ध्यान दे सुबह होने वाली है मम्मी गेट पर ही खड़ी होंगी बन्दूक लिए…..और