प्रकरण 11 : भोजनशाला को अपना कमरा बनाया बाद में कन्वीनर की ऑफिस पर कब्जा वैसे तो, हॉस्टल में हमको अच्छा कमरा मिला था लेकिन हॉस्टल में अचानक छात्रों की संख्या बढ़ जाने के कारण कन्वीनरने हमारा कमरा नये छात्रों को दे दिया था और हमको छात्रालय की भोजनशाला का कमरा रहने के लिए दे दिया था। वैसे तो, भोजनशाला का कमरा बहुत ही बडा था इसलिए हमने खुशी-खुशी उसका स्वीकार किया कर लिया लेकिन बाद में हमें पता चला कि भोजनशाला के कमरे में बहुत ही मच्छर थे। वैसे ही, राजकोट शहर में मच्छरों का त्रास होता है, उसमें