हीरामन कारसदेव - 2

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हीरामन कारसदेव २ लेखक के उपन्यास मुखबिर का अंश पंडित बोल रहे थे-ये बच्चा पुष्य नक्षत्र में जनमा है , असका पुण्य प्रताप पूरे जग मे फैलेगा , तुम्हारा बेटा अवतारी पुरूष है । इसका नाम कारसदेव प्रसिद्ध होगा । इसे हीरामन भी कहा जायेगा । ढोर-बछेरू के रोग बीमारी इसका नाम लेते ही दूर भाग जायेगी । राजू भैया, समझ लो तुम्हारे बुरे दिन बहुर गये, ये बेटा तुम्हारे सारे बैर बहोरेगा । जाओ खूब खुशी मनाओ । फिरक्या था, राजू के घर अल्ले पल्ले धर बरसा । वे फिर सेराजा हो गये । लुइहार राजा उनकी शरण