लहराता चाँद - 31

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लहराता चाँद लता तेजेश्वर 'रेणुका' 31 जब ड्राइवर अमर क्लिनिक पहुँचा अनुराधा ने डॉ.संजय से उसकी आने की खबर दी। वे उसे अंदर बुलाकर बिठाए। - बोलो अमर कैसे आना हुआ? सब ठीक तो है? - सब ठीक है डॉ साहब। जेल की सज़ा को पूरा करने के बाद कुछ ही महीने पहले रिहा हुआ हूँ। आते ही आपसे मिलने चाहा मगर मेरी पत्नी का देहांत हो जाने से नहीं आ सका। मेरे अनुपस्थिति में मेरी पत्नी जो दमा की मरीज़ थी उसका इलाज से लेकर मेरे परिवार का पूरा ख्याल रखा है आपने। आप के कारण बेटा अभी अच्छी