A Dark Night – A tale of Love, Lust and Haunt - 17

(11)
  • 6.8k
  • 2.2k

हॉरर साझा उपन्यास A Dark Night – A tale of Love, Lust and Haunt संपादक – सर्वेश सक्सेना भाग- 17 लेखक:- देवेन्द्र प्रसाद “ल... ल... लेकिन वहाँ अनुज है मुझे भी ऐसा लगा। उसे यहाँ नहीं होना चाहिए था।” यह कहते हुए अखिल ने फिर अपना कदम बढ़ाया कि तभी उस तांत्रिक ने उसके बाजू को सख्ती से पकड़ते हुए कहा, “देखो तुम अब व्यर्थ की चिंता करने लगे हो? वहाँ अनुज नहीं है इस बात का मैं तुम्हें आश्वासन दिलाता हूँ। तुम बस अपने काम पर ध्यान एकाग्रचित्त करो।” यह सुनते ही अखिल बोला, “ऐसे कैसे कर लूँ? तू