होश तुम्हें पा लिया है lफ़ायदा किया है ll होश खो रहे हैं lजाम जो पिया है ll चैन पा लिया है lहोठो को सिया है ll दूर तुम क्या गये ?सब्र खो दिया है ll साथ तेरे मेने llहर लम्हा जिया है ll जिंदगी मौत खुद आती नहीं है जिंदगी के सामने lलो खुदा भी झुक गया है बंदगी के सामने ll गूँजता है शोर खामोशीओ का फिजाओ मे lपल दो पल भी टिक सके ना दिल्लगी के सामने ll आदमी खुद बन गया है जानवर जैसा देखो lजानवर की क्या तुलना आदमी के सामने ll