यादों के झरोखे से Part 3

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यादों के झरोखे से Part 3 ========================================================== मेरे जीवनसाथी की डायरी के कुछ पन्ने - इंजीनियरिंग के बाद नौकरी की तलाश और निराशा ========================================================== 11 जनवरी 1966 मेरा प्री फाइनल ईयर था . मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के 60 स्टूडेंट्स इंडस्ट्रियल टूर पर थे . बॉम्बे , बंगलोर , पूना आदि होते हुए हम दिल्ली में थे . हम रेलवे का एक पूरा कोच रिज़र्व कर टूर में निकलते हैं .अभी अभी तड़के सुबह तत्कालीन प्रधान मंत्री शास्त्री जी के दुखद अंत का समाचार ट्रांजिस्टर पर सुनने को मिला है . आज उनकी शव यात्रा है .हमलोगों ने प्रधान