त्रिखंडिता 12 वह रूआँसी हो गई। कितनी उम्मीद थी उसे चमन सर से......... और उन्होंने इस तरह से पल्ला झाड़ लिया। उनकी पत्नी का व्यवहार तो उसके साथ सहानुभूति पूर्ण था, फिर किस कारण उन्होंने चमन सर से ऐसा कहा। क्या वह इतनी खुदगर्ज दिखती है उन्हें। शायद वह उन लोगों को ’बवाल’ लगी थी। शायद चमन सर नहीं चाहते थे कि वह शोध करे...... पर वे लगातार आश्वासन दे रहे थे कि ’दूर से मदद करना आसान रहेगा......उसे कोई भी परेशानी नहीं होगी।’ उन्होंने उस दिन शाम को उसके साथ एक पार्क की सैर की और अपने प्रेम का