यादों के झरोखे से Part 1 ----------------------------------------------------------------------------------------------------------------- मेरे जीवनसाथी की डायरी के कुछ पन्ने - मैट्रिक की परीक्षा और कलकत्ता यात्रा बना एडवेंचर -------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- शादी के बाद मैं ससुराल में कुछ ही दिन रह सकी थी . करीब एक महीना बाद मैं अपने पति प्रकाश के साथ बोकारो चली गयी , यहीं प्लांट में वे काम करते थे . मैं और प्रकाश कोशिश करते कि साल में एक बार कुछ दिनों के लिए अपने करीबी रिश्तेदारों से मिल लें . अक्सर दिवाली में हम एक सप्ताह के लिए निकला करते थे . करीब 20 साल के बाद मुझे ससुराल