इश्क़ 92 दा वार (भाग-9)कंटिन्यू - पार्ट -9सुबह का वक़्त हो चला था लंबे समय के बाद मनु और अनु इश्क़ के दूसरे पायदान पर सफर कर रहे थे अक्सर इश्क में देखा जाए तो तीन पायदान होते है पहला पायदान पर पैर रखने के लिए लंबा अरसा लगता है कुछ होते है जो सब्र किये बगैर हीं पहले पायदान से गिर जाते है.. और जो चढ़ जाते है तो दूसरा पायदान बेहद जोखिम भरा होता है जिसमे ज़माने वाले अपने वाले भी दुश्मन हो जाते है क्योंकि दूसरे पायदान के सफर में ज़माने को खबर लगते देर नहीं लगती..इस