लहराता चाँद लता तेजेश्वर 'रेणुका' 21 संजय को गौरव से कॉल आते ही वह तुरंत ही पुलिस स्टेशन फ़ोनकर खबर बता दिया। अवन्तिका और क्षमा को बुलाकर दरवाज़ा अच्छे से बंद करने को कहा। दोनों को सँभलकर रहने को कहकर गाड़ी लेकर पुलिस स्टेशन की ओर निकल पड़ा। साहिल और गौरव बाइक को झाड़ियों के बीच छिपाकर वहाँ से पैदल ही जंगल की ओर चलने लगे। गौरव धीरे फुसफुसाते हुए पूछा, "साहिल तुझे क्या लगता है इतनी बड़ी जंगल में कहाँ ढूँढेंगे?" "चल देखते हैं। कुछ न कुछ तो पता चलेगा ही। "संभलकर चल बहुत अंधेरा है। बहुत ज्यादा जरूरत