अपने-अपने कारागृह - 7

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अपने-अपने कारागृह-6 इसी बीच पदम और डेनियल को कन्या रूपी रत्न प्राप्त हुआ । उषा और अजय बेहद प्रसन्न थे । वह इस खुशी में सम्मिलित होने पदम के पास जाना चाहते थे पर अजय को छुट्टी नहीं मिल पाई । वे मन मसोस कर रह गए थे । सुकून था तो सिर्फ इतना कि डेनियल और बच्ची सकुशल तथा इस समय डेनियल के मम्मी- पापा उसके पास पहुँच गए थे । समय खिसक रहा था । उम्र के साथ उषा के कार्य करने की क्षमता घटी नहीं, बढ़ी ही थी । अब वह और अधिक तन्मयता से अपने सामाजिक कार्यों को