एपीसोड –57 अनुभा समिधा के बीच बातचीत ज़ारी है। “समिधा ! इन बातों को छोड़ पिछला वर्ष तेरे जीवन का कितना सुन्दर वर्ष रहा है, तू नानी बनी है, अक्षत की शादी तय हो गई है।” “ओ यस!” उन काले पंजे फैलाये दानवों के बीच जीवन की ये अलौकिक उपलब्धियाँ हैं, अपनी सुमधुर ताल पर चलती हुई। *** “मॉम ! मोनिशा भाभी कैसी हैं?” रोली अमेरिका से पूछ रही है। सुमित रोली व बेटी को लेकर अमेरिका अपने माता-पिता से मिलने गये हैं। “ वैरी क्यूट।” “सब कैसा चल रहा है?” “सब भगवान ही अच्छा चला रहा है।” “झूठ तो