पागल – बंदूक सिंह

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पागल एक छोटे शहर और उसके दरोगा का किस्सा है जिससे 3 भागों में लिखा गया है इस किस्से का वास्तविक नाम ‘रामनगर’ या ‘दरोगा बन्दूक सिंह’ होना चाहिए था | परन्तु बहुत सोच विचार करने के पश्चात् मैं इस निश्चय पर पहुंचा हूँ की इसका नाम ‘पागल’ रखा जाना चाहिए | रामनगरबंदूक सिंहस्वर्गाश्रमहोटल सम्राट बंदूक सिंह कहा जाता है की दीपावली की रातें भयानक रूप से काली होती है | ऐसी ही एक रात एक साधारण आय वर्ग वाले दंपति के यहाँ एक बच्चे का जन्म हुआ | परिवार का पहला बच्चा होने के कारण या शायद कारण कोई