सलमा आज के दिन का इंतज़ार कई सालो से कर रही थी, एक ऐसी ख़ुशी जिसने उसके घर को उजड़ने से बचा लिया, कई सालो से सूनी पड़ी उसकी गोद आज एक नन्ही सी जान को पाकर खिल उठा था, वो इस ख़ुशी को कैसे बया करे समझ नहीं पा रही थी, उसकी ख़ुशी उसके आँखों में डबडबाया आंसू साफ़ ज़ाहिर कर रहा था, वो बार-बार अपनी बाहो में लिपटी नन्ही