इतना बड़ा सच(भाग 2)

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वह कुछ चिड़चिड़ी हो गई थी।शायद सास बनते ही औरत में कुछ गुण स्वत् ही आ जाते है।राम बाबू कपड़े बदलते हुए मन ही मन सोच रहे थे।पंकज के लिए बहुत रिश्ते आये थे।एक से बढ़कर एक।उनका साला राकेश भी अपनी दोस्त की लड़की का रिश्ता लेकर आया था।लड़की के पिता का अपना कारोबार था।लड़की माँ बाप की इकलौती संतान थी।सारी धन दौलत की एक मात्र वारिस।लड़की का पिता भारी भरकम दहेज देने के लिए भी तैयार था।रामबाबू को दहेज का लालच नही था।उनकी एक ही शर्त थी,जिसे उनका बेटा पसंद करेगा।उसी लड़की से वह अपने बेटे की शादी करेंगे।जितने