जिंदगी मेरे घर आना भाग – २१ स्कूल की प्रिंसिपल छाया गुहा को देखकर मम्मी-डैडी एकदम निश्चिन्त हो गए.छाया दी, बहुत स्नेहिल थीं. उन्होंने मम्मी-डैडी को पूरा आश्वासन दिया कि वे नेहा का अपनी बेटी की तरह ख्याल रखेंगी. वे नेहा को देख बहुत खुश हुईं थीं. उन्हें आशा नहीं थी कि कॉलेज से निकली कोई फ्रेश लड़की यहाँ आने की सोचेगी. इस स्कूल को ऊंचाइयों तक ले जाने के उनके बहुत सपने थे और इस सपने को पूरा करने के लिए वे युवा लोगों का सहयोग चाहती थीं. जो उनकी तरह ही समर्पित हों. इन बच्चों के साथ नेहा