30 शेड्स ऑफ बेला (30 दिन, तीस लेखक और एक उपन्यास) Episode 25 by Tushar तुषार और फिर एक दिन… बेला बैंक से बाहर निकल आई, दोनों हाथों से कस कर उसने एक पैकेट पकड़ रखा था, आंखों में अजीब सा सवाल। एक और नई बात? किससे कहें? मां, पापा, पद्मा? क्रिष? शायद वह इस सवाल का जवाब दे पाए। क्रिष का मोबाइल अभी भी स्विच्ड ऑफ आ रहा था। बेला थोड़ा खीझ गई—वो है कहां? एक सप्ताह से उसका कोई अता-पता नहीं है। वह इतना गैरजिम्मेदार कैसे हो सकता है? बेला ने समीर को फोन लगाया। कॉल उसके वॉइस मेल