लिखी हुई इबारत - 7

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श्वान चरित आज अरसे बाद पंचायत बैठी थी और कई वर्षों बाद ऐसी कोई घटना हुई थी, जिस पर, सभी के बीच व्याप्त आक्रोश को महसूस किया जा सकता था। कोलाहल के बीच मुखिया के पदार्पण के साथ ही गुर्राने के स्वर में और बढ़ोत्तरी हो गई। आसन ग्रहण करने के पश्चात मुखिया ने हाथ उठाकर सबको शांत होने का इशारा किया। सभा मे एकदम से शांति छा गयी।तभी धकियाते हुए ' टॉमी ' को लाया गया। " पंचायत की कार्यवाही आरम्भ की जाए। " मुखिया का गम्भीर स्वर गूँजा।