प्रश्न : क्या उस दिन मैंने, प्रेम से प्रेम को, लिखवा दिया था ??उस दिन मेरे पास एक फ़ोन आया, उधर से वीरेंद्र सिंह भदौरिया जी बोल रहे थे, मैं उसे प्यार से वीरू कहता हूँ, मेरा भाई जैसा दोस्त है, बोला कि मेरी सगाई हो रही है, कल चलना है लड़की से मिलने और वहीं सगाई भी है, मैंने उससे कहा कि भाई जब सगाई ही है, तो लड़की से मिलने का क्या मतलब है..तो बोला मुझे नहीं पता, बस कल 11 बजे आ जाना तैयार होके घर पे..एकदम से ऐसा लगा कि जो बंदा MBA हो, वो ऐसा