मेरी कविता संग्रह भाग 3

  • 5.4k
  • 1
  • 1.4k

कविता 1st मिट न सके वो फ़साने??????????मिट न सके वो फसानेरह गई यादेसपनों में कर गई बातेइश्क में सब रह जाते है अफसानेहो जाती हैं मिट्ठी मिट्ठी बातेकरनी पड़ती हैं मुलाकातेतड़पना पड़ता है ख्वाबों मेंअश्क रह जाते हैं आंखों मेंदिल करता है मुलाकातों मेंइंतजार करना पड़ता हैं रातों मेंतारे गिनने पड़ते हैं इंतजार मेंजब बात नहीं होती हैं तोसोना नहीं होता है रात मेंयादें तंग करती हैं सपनों मेंसपने रह जाते आंखों मेंदिल तड़पता है मुलाकातों में???????????कविता 2nd चलो मिलकर हम स्वतंत्रता दिवस मनाये ????????????????????????चलो मिलकर हम स्वतंत्रता दिवस मनायेवीर शहीदों के नाम दीपक जलायेबहुत प्रयास किया उन्होंने आजादी के लिएचलो