छल... !ज़िन्दगी तो एक धोखा है जी लो इसे यहीं मौका है.. !उदय अपने चेंबर से फ़ोन पर बात करते हुए निकला था.. चेंबर से निकलते ही एक बड़ा लंबा हॉल है जिसकी 20×60 की चौड़ाई और लम्बाई है जिसके दोनों तरफ हाफ केबिन लाइन से बने है जिसमें लगभग 30 से 40 लोग बैठे काम कर रहें है.. उदय - बस आप पहुंचिए मैं भी पहुँचता हूं और वो फोन पर बात करते हुए जूही के केबिन के पास रुकता है.. उदय - जूही जी.. चलिए एक अर्जेन्ट मीटिंग में चलना है.. (उदय जूही को कशिश भरी नज़रों से देखता है जूही भी अपनी