"मां,इस बर्ष आपने मेरा अट्ठारहवां जन्मदिन मनाया था न?""अरे,तुमने केक काटा तुम्हें नहीं पता."रोशनी हँसकर बोली."मुझे तो याद है.बस,यह जानना चाहती थी कि आपको पता है कि मैं बालिग हो गई हूँ.""बालिग होने का ख्याल कैसे आया?कहीं कोई लड़का तो पंसद नहीं आ गया."रोशनी मजाक के मूड़ में आ गई."नहीं, मां,बालिग होने का मतलब मैं हर अच्छी बुरी परिस्थिति का सामना कर सकती हूं. और...."कहते -कहते रूक गई, बसना."और ...और क्या?"रोशनी की निगाहें बसना के चेहरे पर टिक गई. उसके टोस्ट पर जैम लगाते हाथ रूक गये."और आपके साथ हुए अन्याय के लिए लड़ सकती हूं. सुप्रीम कोर्ट तक